Friday, February 27, 2015

{ ८७३ } {Feb 2015}





अपनी मोहब्बत को कभी भूल नहीं सकता मैं
सीने से लिपटे हुए हैं उसकी छुअन के एहसास।

-- गोपाल कृष्ण शुक्ल

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