Monday, December 29, 2014

{ ८४५ } {Dec 2014}





मुझसे बेवजह पूछते हो तुम वफ़ा के मायने
मैं तो तुम्हे हाथों की लकीरों में बसा चुका हूँ।

-- गोपाल कृष्ण शुक्ल

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