Friday, October 10, 2014

{ ८०६ } {Oct 2014}






तूफ़ान से लड़ सकें, अब वो नर नहीं हैं
है परवाज़ की कसक लेकिन पर नहीं हैं
एक हैं राम, सैकड़ों रावण से कैसे लड़ें
अँधियारों को उजालों से जब डर नहीं है।।

-- गोपाल कृष्ण शुक्ल

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