Sunday, February 17, 2013

{ ४७५ } {Feb 2013}






आप मुस्कुरायें तो जी बहल जाये
ये अनबन की आग भी ढल जाये
आओ बैठो बात करें मोहब्बत की
गम का वातावरण भी बदल जाये।।

-- गोपाल कृष्ण शुक्ल

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