Tuesday, December 25, 2012

{ ४४६ } {Dec 2012}





अलसाई सी आँखे तेरी
उठती-गिरती साँसे तेरी
चँचल चितवन छेड रही
शर्माई सी मुस्काने तेरी।।

-- गोपाल कृष्ण शुक्ल

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