Thursday, September 27, 2012

{ ३६९ } {Sept 2012}







तल्खियाँ नर्म दिलों को झिंझोडती हैं
दुश्मनी ज़िन्दगी का रुख मोडती है
भरोसा किस पर करें किस पर नही
वक्त पर परछाँईं भी साथ छोडती है।।

-- गोपाल कृष्ण शुक्ल

No comments:

Post a Comment