Friday, September 28, 2012

{ ३७२ } {Sept 2012}





पलकों के आँसू सूख भी न पाये इस बार भी
पर लोग कह रहे थे क्यों आँखें नम नही तेरी।।

-- गोपाल कृष्ण शुक्ल

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