Sunday, June 3, 2012

{ २९३ } {June 2012}




तनहा डगर देख - देख कर
बावरी आँख भर गयी होगी
प्यार बे-आसरा हुआ होगा
आस बेमौत मर गयी होगी।।


-- गोपाल कृष्ण शुक्ल

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