Monday, May 7, 2012

{ २६३ } {May 2012}




ये रूपवती - लावण्यमयी
अपनी निच्छल चितवन से
शायद उठा लेना चाहती है
समूचा ब्रह्माण्ड ! ! ! ! ! !

-- गोपाल कृष्ण शुक्ल

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