Saturday, January 21, 2012

{ १४३ } {Jan 2012}






अँदाजे-बयाँ आपका बदला तो यूँ लगा
हम बात कर रहे थे अभी तक नकाब से
किसी दिल में किस तरह कोई जगह करे
यह राज अब पूछना है किसी कामयाब से ।।

-- गोपाल कृष्ण शुक्ल

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