Thursday, December 22, 2011

{ ११४ } {Dec 2011}







मेरी तन्हाई के हर क्षण में
तुमने ही मुझे दिया सहारा
तुमने ही सब साहस बाँधा
जब सबने किया किनारा ।।

-- गोपाल कृष्ण शुक्ल

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