Monday, October 17, 2011

{ २९ } { October 2011 }





साज और श्रंगार की रवानी है
हर कदम पर गलत बयानी है
कौन कहता है, रेशमी दिल्ली
इन ग़रीबों की भी राजधानी है ||

-- गोपाल कृष्ण शुक्ल

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