Monday, October 17, 2011

{ २६ } { October 2011 }







खा रहे हैं फरेब पग-पग पर
पीर मन की पी रहे हैं लोग
इस व्यवस्था में किस तरह
लाक्षागृह में जी रहे हैं लोग||

-- गोपाल कृष्ण शुक्ल

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